अध्याय 361

सारा

होटल वापस जाने का सफर शांत था लेकिन प्रत्याशा से भरा हुआ। टॉम का हाथ मेरी जांघ पर था, उसकी उंगलियां मेरी त्वचा पर छोटे-छोटे गोल घुमा रही थीं। मैंने सिडनी के स्काईलाइन को करीब आते देखा, शहर की रोशनी बंदरगाह के पानी पर बिखरी हुई तारों की तरह चमक रही थी।

जब हम होटल पहुंचे, तो वेलट ने जल्दी से...

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